Wednesday, October 13, 2010

Durge Durghat Bhari Aarti in Marathi

Durga Devi Puja Aarti in Marathi



 दुर्गे  दुर्घट   भारी तुजविण  संसारी  |
अनाथनाथ  अंबे  करुणा  विस्तारी  |
वारीं  वारीं  जन्ममर्नाते वारीं |
हारीं पडलो  आतां  संकट  निवारी ||1||

जय  देवी  जय  देवी  महिषासुरमथिनी  |
सुखर इश्वरदे  तारक  संजीवनी ||
जय  देवी  जय  देवी  || ध्रु * ||

त्रिभुवनभुवनी  पाहता  तुजऐसी  नाही |
चारही  श्रमले  परंतु  न  बोलवे  कही |
साही  विवाद  करिता पडलो  प्रवाही |
ते तू  भक्तांलागी  पावसि  लवलाही  || २ ||
जय  देवी  जय  देवी * ||

प्रसन्नवदने  प्रसन्न  होसी  निजदासां |
क्लेशांपासुनी सोडी  तोड़ी  भवपाशा |
अंबे तुजवाचून  कोण  पुरविल  आशा |
नरहरि तल्लिन जाला  पदपंकजलेशा  || 3 ||
जय  देवी * ||

No comments:

Post a Comment